कौन कहता है प्यार अँधा होता है ?
देखा है मैंने तुम्हें कई बार ,
चांदनी रातों में जगमगाते सितारों की चमक ,
लगती हैं मुझे तुम्हारे आँखों के पुतलियों जैसी
दरख्तों के पीछे से झांकता चाँद ,
दिलाता है याद मुझे ,
तुम्हारे मुस्कुराते चेहरे की
सुबह की चमकती ओस की बूंदे ,
घने बादलों से ढका आसमान
और हाँ ढलती शाम का सूरज ,
इन सभी में पाता हूँ झलक
तुम्हारे ही शख्सियत की ,
कई बैचन रातें गुज़ारी हैं मैंने
इन सभी में तुझको देख कर
और लोग कहते हैं
कि प्यार अँधा होता है !!!
- रूपेश
१५/०४/२०१२